दिल्लगी भी ना किया करो हमसे
हर बात दिल से लगा बैठते है.
कभी कभी इश्कबाजी को
भी सच्ची मोहब्बत समझ
बैठते है.
अपने नहीं तो कम से कम
मेरे नाजुक दिल का तो ख्याल
किया करो.
इश्क के दरिया को पार करने में
हो भले ही माहिर हो तुम
लिए हमें यू
मझधार में छोड़कर ना
जाया करों.
शिल्पा रोंघे
हर बात दिल से लगा बैठते है.
कभी कभी इश्कबाजी को
भी सच्ची मोहब्बत समझ
बैठते है.
अपने नहीं तो कम से कम
मेरे नाजुक दिल का तो ख्याल
किया करो.
इश्क के दरिया को पार करने में
हो भले ही माहिर हो तुम
लिए हमें यू
मझधार में छोड़कर ना
जाया करों.
शिल्पा रोंघे
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