Monday, August 31, 2020

फितरत

 

चिराग से रोशन चेहरे हैं दुनिया में अनगिनत

लेकिन दिल तक उतर जाए, ऐसी कुव्वत

हर किसी के पास नहीं होती।

देते है मिसाल लोग चांदनी की,

लेकिन अंधेरे के बिना चांद की भी कद्र

कहां है हो पाती ?

शिल्पा रोंघे

Friday, August 28, 2020

तरक्की

 तरक्की की सीढ़ियां बेशक चढ़नी चाहिए,

लेकिन ख़ुद के नफ़े के लिए किसी का नुकसान भी नहीं करना चाहिए।

कर्म

 स्वर्ग और नर्क कहां है किसे मालूम है ?

तय है इतना अच्छे कर्म ही दुनिया को स्वर्ग बना देते है।

शिल्पा रोंघे 

Thursday, August 27, 2020

ज़िंदगी की सोच

 

तीन नहीं,

एक और एक  के जोड़

का नतीजा होता है दो,

बस यही है मेरी सीधी

और सरल सोच।

जो समझ गया वो दोस्त बन गया

नहीं समझा वो दूर हो गया।

कुछ इस तरह से मैंने जिंदगी

की उलझनों को आसान बना लिया।

शिल्पा रोंघे

Thursday, August 20, 2020

मन की गहराई

 

करती थी जो बातें

हैरान और परेशान

इक दौर में।

अब उनका होना या ना

होना मायने ही नहीं रखता है।

मन की गहराईयों को समझता

है अहं कोई तो उस वहम का

पास  मेरे कोई हल नहीं।

शिल्पा रोंघे

Sunday, August 9, 2020

जन्माष्टमी के लिए

 

है वो गोकुल का ग्वाला।

शाम सी रंगत वाला घनश्याम

है गोपियों का दुलारा।

उसके सपनों में डूबी रहती

है ब्रज की हर बाला।

है नटखट चंचल नैनो वाला,

माखन और मिश्री

है उसके मन को सबसे ज्यादा भाता।

उसकी बासुंरी की तान सुनकर

है मोर झूम उठता और पत्ता -पत्ता बूटा-बूटा

प्रफुल्लित होता।

इस जगत का रखवाला है वो किशन कन्हैया।

शिल्पा रोंघे

 

      

Thursday, August 6, 2020

कल्पना

 मेरी कल्पनाओं की उड़ान तो देखो जिसे हमेशा

अंबर से कैनवास पर अनंत स्थान मिला।

सूरज तो कभी

चांद ने दिखाया रास्ता नया।

चाहे मिला हो कम या ज्यादा

ये पता नहीं मुझे, लेकिन जो

भी मिला उसका दिल से आभार किया।

शिल्पा रोंघे

Sunday, August 2, 2020

रक्षाबंधन

कितने ही करीब हो कोई ,
दिल की बात तो भाई या बहन ही समझ 
सकता है  अच्छे से.
शिल्पा रोंघे

दोस्त

दोस्त वो नहीं जो रोज बात करते हैं,

 बल्कि होते है वो, जो बिना कहे ही दिल का हाल जान लेते है।

                                 


होली

 इस होली, हम रंग नहीं लगाएंगे, बल्कि सिर्फ शांति और सौहार्द का संदेश फैलाएंगे।