स्वतंत्रता दिवस के लिए.........
इस देश की मिट्टी में इंसानियत की खुशबू आती
है.
किसी पड़ोसी मुल्क पर हक जताया नहीं, हां शरण
देकर
रंग बिरंगी संस्कृतियों का संगम स्थल बनाया है.
जिस भारत वर्ष में मंगल पांडे, झांसी
की रानी ने
क्रांति का बिगुल बजाया है, उसी देश की सीमा पर
देकर प्राणों की आहुती वीर सैनिकों ने
शत्रु को लोहे के चने चबवाया है.
शिल्पा रोंघे
No comments:
Post a Comment