वक्त से निर्मम भी कोई नहीं,
वक्त से ज्यादा दयालु भी कोई
नहीं.
वक्त कभी ठहरता नहीं
चाहे बुरा हो या अच्छा
बदलता ज़रूर है.
दुनिया में जब कहीं होता
है अंधेरा तो कहीं होता
उजाला है.
इसलिए कहते है शायद सब
वक्त वक्त की बात है.
शिल्पा रोंघे
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