मत करना कभी किसी गैर पर
भरोसा आंखे बंद करके
नुरानी चेहरा भी मुरझा,
जाएगा.
कभी खुद पर जी खोलकर
करके तो देख भरोसा
मुरझाया हुआ चेहरा भी
नुरानी हो जाएगा.
शिल्पा रोंघे
भरोसा आंखे बंद करके
नुरानी चेहरा भी मुरझा,
जाएगा.
कभी खुद पर जी खोलकर
करके तो देख भरोसा
मुरझाया हुआ चेहरा भी
नुरानी हो जाएगा.
शिल्पा रोंघे
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" शनिवार 10 अक्टूबर 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteनूरानी।
ReplyDeleteसुन्दर सृजन
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