Wednesday, October 17, 2018

तब पारिजात के फूल खिलेंगे

प्रेम और स्नेह
की बातें 
करना काफी नहीं,
जो तुम्हारे आत्मसम्मान 
को अपना सम्मान 
समझेंगे वही 
निस्वार्थ संबंध 
को आगे बढ़ाएंगे.
ठीक उसी दिन 
मरूभूमी में 
नागफ़नी नहीं 
फूल पारिजात 
के उग आएंगे.

शिल्पा रोंघे 

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होली

 इस होली, हम रंग नहीं लगाएंगे, बल्कि सिर्फ शांति और सौहार्द का संदेश फैलाएंगे।