Monday, October 29, 2018

दीपावली

सुनो दीपक 
दीपावली पर ना सिर्फ 
मेरी चौखट पर जगमगाना 
बल्कि सारे संसार का 
तम दूर करना.

शिल्पा रोंघे 

No comments:

Post a Comment

मेघा

देख रहे हैं राह, बचे-खुचे कुछ जंगल। अब तो निमंत्रण स्वीकार कर। सूख रही हैं नदियाँ और ताल, फिर से बह कर कहीं दूर निकल चल। मेघा, बरस  फिर से, ...