अब हाल ए दिल
सुनाएंगे उनको ही
जो काबिल होंगे
दिल पर हुकुमत
करने के लिए.
ख़त भी भेजेंगे
उस पते पर जहां
जवाब की गुंजाइश हो,
ना कि रिश्तों की नुमाइश
हो.
हो ना सके मुक्कमल
ऐसी भी फ़रमाइश ना हो.
शिल्पा रोंघे
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