Friday, July 15, 2016

हर ख़ामोश गुनाहगार नहीं

हर ख़ामोश गुनाहगार नहीं
Alone, Ghost, Boy, City Lights, Landscape
उसकी ख़ामोशी को उसके गुनाह का कबूलनामा
समझ बैठे लोग
कूच किया उसने दुनिया से जब
तब वो समझे
कि जो था हमदर्दी के काबिल
उसे गुनाहगार समझने की
भूल कर खुद ही
गुनाह कर बैठे लोग.
शिल्पा रोंघे

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