हर ख़ामोश गुनाहगार नहीं
उसकी ख़ामोशी को उसके गुनाह का कबूलनामा
समझ बैठे लोग
कूच किया उसने दुनिया से जब
तब वो समझे
कि जो था हमदर्दी के काबिल
उसे गुनाहगार समझने की
भूल कर खुद ही
गुनाह कर बैठे लोग.
कूच किया उसने दुनिया से जब
तब वो समझे
कि जो था हमदर्दी के काबिल
उसे गुनाहगार समझने की
भूल कर खुद ही
गुनाह कर बैठे लोग.
शिल्पा रोंघे
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