Monday, March 6, 2017

मेरी चाहत बनना है सचमुच

मेरी चाहत बनना है सचमुच
तुम्हें तो
पहले सबसे पहले झूठ,
फ़रेब, बेवफ़ाई, लालच
के तोड़ दो सभी जालें
बनाओ ऐसा अशियाना
जहां सोने की ना हो दीवारें
तो कोई बात नहीं
बस खिड़की से आते हो
वफ़ा, सच और ईमानदारी के उजाले .

शिल्पा रोंघे

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