Sunday, July 22, 2018

सुनो

सुनो सुबह सुबह बगीचे से फूल
मोगरे के चुराया ना करो.
चुनती हूं जब फूल
गज़रा बनाने के लिए
तब खुशबू फूलों से ज्यादा
तुम्हारे हाथों पर लगे इत्र की
आती है.

शिल्पा रोंघे 

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