Sunday, May 19, 2019

शीर्षक - अंकों का खेल



क्या स्कूल और कॉलेज 
के अंक ही सफलता 
का अंकशास्त्र लिखते है ?

क्या यही सफलता की 
आखिरी सीढ़ी होते है ?

अंकों का अतीत ही सुनहरे 
भविष्य की गारंटी हो सकता है ?

समझ गया जो जीवन को बहुमूल्य 
समझ ले वो ये भी, सफलता असफलता अंकों से परे होती है, ये दृष्टिकोण में
होती है, प्रमाणपत्रों तक ही सीमित नहीं.

शिल्पा रोंघे 

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