पहली बूंद सावन
की,
पहला फूल बसंत का,
पहला पत्ता पतझड़ का
समेट लेना चाहती हूं,
इंद्रधनुष सी ओढ़नी
में.
सतरंगी चुनरी में
कुदरत के रंग भरना
चाहती हूं.
शिल्पा रोंघे
की,
पहला फूल बसंत का,
पहला पत्ता पतझड़ का
समेट लेना चाहती हूं,
इंद्रधनुष सी ओढ़नी
में.
सतरंगी चुनरी में
कुदरत के रंग भरना
चाहती हूं.
शिल्पा रोंघे
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