Wednesday, March 6, 2024

काश

काश गमों का तबादला हो जाए

और खुशियों के पंछी का हमेशा के लिए बसेरा हो जाये.

सब्र रूपी पानी से सिंचती हूं फूल के पौधे को कि उसकी खुशबू  ना सिर्फ मेरे बल्कि आस-पास के शहरों में भी  बिखर जाए।

शिल्पा रोंघे

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