हाड़ मांस की
काया को रखकर
परे क्या तुमने
एक स्त्री का
मन है पढ़ा
काया को रखकर
परे क्या तुमने
एक स्त्री का
मन है पढ़ा
गर नहीं पढ़ा
तो तुम सबसे बड़ी
चूक कर गए.
तो तुम सबसे बड़ी
चूक कर गए.
अंग रंग में
उलझकर
तुम सबसे बड़ी
भूल कर गए.
उलझकर
तुम सबसे बड़ी
भूल कर गए.
क्या बिन पन्ने पलटे
आवरण से ही किताब
पढ़ पाया है कोई
आवरण से ही किताब
पढ़ पाया है कोई
इस हाड़ मांस के फेर
में आत्मा को रखकर
परे कैसे तुम कह गए कि
एक स्त्री को पूरी तरह
जान गए.
सचमुच तुम ये कैसी
भूल कर गए.
में आत्मा को रखकर
परे कैसे तुम कह गए कि
एक स्त्री को पूरी तरह
जान गए.
सचमुच तुम ये कैसी
भूल कर गए.
शिल्पा रोंघे
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