प्रेम दिवस पर
प्रेम की अनुभूति
और वास्तविकता को
परखने कोई कसौटी
और समय सीमा तो
ना कहीं तय की गई और ना कहीं
लिखी गई.
आकर्षण और प्रेम में अंतर कर सके
ऐसी कोई तकनीक कहीं खोजी
नहीं गई .
अव्यक्त और व्यक्त प्रेम में कौन सा है
सबसे सही ये भेद कर सके कोई ऐसी
विधि नहीं.
हां कहना होगा निश्चित ही ये सही
कि कठिन समय पर साथ निभाए जो
वहीं है सच्चे प्रेम की परिभाषा भी.
शिल्पा रोंघे
प्रेम की अनुभूति
और वास्तविकता को
परखने कोई कसौटी
और समय सीमा तो
ना कहीं तय की गई और ना कहीं
लिखी गई.
आकर्षण और प्रेम में अंतर कर सके
ऐसी कोई तकनीक कहीं खोजी
नहीं गई .
अव्यक्त और व्यक्त प्रेम में कौन सा है
सबसे सही ये भेद कर सके कोई ऐसी
विधि नहीं.
हां कहना होगा निश्चित ही ये सही
कि कठिन समय पर साथ निभाए जो
वहीं है सच्चे प्रेम की परिभाषा भी.
शिल्पा रोंघे
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