हर किसी के नसीब में नहीं होती सच्ची मोहब्बत, ये समझ लेना भी एक तरह की समझदारी है। ना बरबाद करो ज़िंदगी के अनमोल लम्हों को यूँ ही, क्योंकि यहां हर सांस कीमती है। कल क्या होगा? किसने देखा? लेकिन खुद से मोहब्बत कर लेना भी एक तरह की ईमानदारी और वफ़ादारी है।
I like to write Hindi poetry in comprehensive language, which try to depict different situation and state of mind of human beings. All Rights reserved ©Shilpa Ronghe
Sunday, February 18, 2024
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मेघा
देख रहे हैं राह, बचे-खुचे कुछ जंगल। अब तो निमंत्रण स्वीकार कर। सूख रही हैं नदियाँ और ताल, फिर से बह कर कहीं दूर निकल चल। मेघा, बरस फिर से, ...
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मत करना कभी किसी गैर पर भरोसा आंखे बंद करके नुरानी चेहरा भी मुरझा, जाएगा. कभी खुद पर जी खोलकर करके तो देख भरोसा मुरझाया हुआ चेहरा भी...
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दुख या संघर्ष किसी इंसान को दो तरह के इंसान में बदल देता है. एक पत्थर दिल इंसान में जो किसी के दर्द को समझ नहीं पाता या दूसरा व्यक्ति जो हम...
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विश्व मानसिक स्वास्थ दिवस पर मन, वचन और कर्म इन तीनों का उपयोग किसी का दिल दुखाने के लिए ना करें. आओं आज के दिन हम ये संकल्प करें. कि...
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