Sunday, June 14, 2020

जीवन

कभी मुराद बिना मांगे ही पूरी हो जाएगी तो कभी चाहकर भी अधूरी रह जाएगी।

कभी वसंत होगा तो पतझड़ भी होगा।

कभी मीठा तो कभी कड़वा

जीवन का अनुभव होगा।

समझाने वाला समझा देगा।

सुनने वाला सब्र के साथ सुन लेगा।

जो हमदर्द होगा वो हमदर्दी रखेगा।

कोई अच्छी सलाह देगा, तो कोई मन को दिलासा देगा।

हर दोस्त और शख़्स किरदार अपना निभा देगा।

सच है ये भी आखिरकार जिंदगी जीने का हौंसला

हर शख़्स को खुद ही जुटाना होगा।

शिल्पा रोंघे


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