मानों जिसे अपना,जरूरी नहीं वो अपना हो.
ना मानों जिसे अपना,जरूरी नहीं वो बेगाना
हो.
फसल की तरह होते है रिश्ते
पकने को कुछ वक्त तो दो.
शिल्पा रोंघे
ना मानों जिसे अपना,जरूरी नहीं वो बेगाना
हो.
फसल की तरह होते है रिश्ते
पकने को कुछ वक्त तो दो.
शिल्पा रोंघे
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