वर्ल्ड बुक डे
कभी ज्ञान देती है, तो कभी मनोरंजक होती है.
कभी यथार्थ से जुड़ी होती है, तो कभी कल्पना की उड़ान भरती है.
किताबें इंसान की सबसे करीबी दोस्त
कल भी थी और आज भी है.
शिल्पा रोंघे
कभी ज्ञान देती है, तो कभी मनोरंजक होती है.
कभी यथार्थ से जुड़ी होती है, तो कभी कल्पना की उड़ान भरती है.
किताबें इंसान की सबसे करीबी दोस्त
कल भी थी और आज भी है.
शिल्पा रोंघे
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