Sunday, April 29, 2018

घटते संसाधन

पाषाणयुग से वर्तमान तक

मनुष्य ने लिखी विकास की

अनोखी कहानी.

कटे जंगल,

सूखे ताल,

जंगली जानवर बन गए कहानियों का हिस्सा.

गमलों में लगे फूलों, बोतल बंद पानी, और चिड़ियाघर
को देखकर जी रहे है.

अब बच्चे भी बड़ों से पूछ रहे हैं कि
जंगल, ताल, और जानवर क्या सचमुच कभी
धरती का हिस्सा रहे हैं ?

शिल्पा रोंघे

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होली

 इस होली, हम रंग नहीं लगाएंगे, बल्कि सिर्फ शांति और सौहार्द का संदेश फैलाएंगे।