Tuesday, June 25, 2019

वक्त का सवाल

वक्त की उभरती लकीरें,
जवानी की उदासियां,
ताउम्र की तन्हाईयां 
मिलती है इश्क में
फिर भी दिल में रहती है 
इक आस जवां 
इस जनम ना सही 
किसी और जनम 
में उनसे मुलाकात 
तो होगी.

शिल्पा रोंघे 

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