कहते है लोग ज़माना दुश्मन है प्यार का.
सच तो ये है तेरे मेरे बीच कोई और नहीं
तेरा बेवजह का गुरूर आ गया.
मुमकिन सा लगता था जो काम
पल में ही नामुमकिन हो गया.
शिल्पा रोंघे
I like to write Hindi poetry in comprehensive language, which try to depict different situation and state of mind of human beings. All Rights reserved ©Shilpa Ronghe
इस होली, हम रंग नहीं लगाएंगे, बल्कि सिर्फ शांति और सौहार्द का संदेश फैलाएंगे।
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