आखिर स्त्री के लिए ही
लक्ष्मण रेखा क्यों ?
क्यों नहीं हुई इतिहास
में
स्त्री के बजाए किसी
पुरूष
की अग्नी परीक्षा।
क्यों एक स्त्री के
चीरहरण पर
किसी ने बांधी आंखों
पर पट्टी
तो कोई देखता ही रह
गया बेबस।
कभी जौहर में जली तो
कभी सती हुई,
जब विधवा हुई तो सफेद
साड़ी में जीवनभर लिपटी रही,
हे स्त्री तूने अपने
अस्तित्व को
बचाने के लिए सदियों
से कितनी
लंबी लड़ाई लड़ी।
शिल्पा रोंघे
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