विश्व पुस्तक दिवस पर-
जो किताबी कीड़ें होते हैं
वो गुरु की गैरमौजूदगी
में भी दुनियादारी सीख जाते हैं।
जो किताबों से दोस्ती कर लेते हैं
वो जीने की कला अपने आप ही
सीख लेते हैं।
जो कागज और कलम की ताकत
पहचानते हैं वो बिना हथियार के
ही दुनिया बदलकर रख सकते हैं।
जिसके हाथ लग जाए किताबों का खज़ाना
वो इंसान दुनिया में सबसे ज्यादा धनवान होता है।
शिल्पा रोंघे
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