बढ़ती जनसंख्या पर
स्वास्थ्य सुविधाएं पड़ रही कम.
महंगी हुई शिक्षा और अच्छे स्कूल हुए कम.
ट्रेनों में बैठने को हुई जगह कम.
महानगरों में रहने को मकान पड़ रहे कम.
पेड़ और पौधे हुए कम.
पीने का पानी हुआ कम.
सिकुड़ रहे खेत खलिहान, अनाज हुआ कम.
बढ़ रही गरीबी और महंगाई.
किसी ने धर्म को तो किसी ने जाति
को देश की बदहाली का जिम्मेदार ठहराया.
लेकिन असली वजह बढ़ती जनसंख्या पर क्या सचमुच कोई रोक लगा पाया ?
भ्रष्टाचार के बाद जनसंख्या ने ही तो देश की
अर्थव्यवस्था को है कमजोर बनाया.
शिल्पा रोंघे
स्वास्थ्य सुविधाएं पड़ रही कम.
महंगी हुई शिक्षा और अच्छे स्कूल हुए कम.
ट्रेनों में बैठने को हुई जगह कम.
महानगरों में रहने को मकान पड़ रहे कम.
पेड़ और पौधे हुए कम.
पीने का पानी हुआ कम.
सिकुड़ रहे खेत खलिहान, अनाज हुआ कम.
बढ़ रही गरीबी और महंगाई.
किसी ने धर्म को तो किसी ने जाति
को देश की बदहाली का जिम्मेदार ठहराया.
लेकिन असली वजह बढ़ती जनसंख्या पर क्या सचमुच कोई रोक लगा पाया ?
भ्रष्टाचार के बाद जनसंख्या ने ही तो देश की
अर्थव्यवस्था को है कमजोर बनाया.
शिल्पा रोंघे
No comments:
Post a Comment