Wednesday, May 30, 2018

बात हर बार जरूरी नहीं

साथ देने के लिए हर रोज बात हो
ये ज़रूरी नहीं.

कभी कभी बेजुबां ज़ज्बात
ही कर देते है बात पूरी.

शिल्पा रोंघे

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