बहुत कठिन होता है स्त्री होना.
उसकी "ना"
बगावत कहलाती है.
उसकी "हां"
कमजोरी कही जाती है.
अक्सर सारी परिभाषाएं
पुरूषों द्वारा गढ़ी जाती हैं.
स्त्री की सहमति ली ही
कब जाती है, जब स्त्री
की किस्मत लिखी जाती है.
शिल्पा रोंघे
उसकी "ना"
बगावत कहलाती है.
उसकी "हां"
कमजोरी कही जाती है.
अक्सर सारी परिभाषाएं
पुरूषों द्वारा गढ़ी जाती हैं.
स्त्री की सहमति ली ही
कब जाती है, जब स्त्री
की किस्मत लिखी जाती है.
शिल्पा रोंघे
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