वक्त रहते कदर ना करे जो सच्चे
प्यार की,
तब बेवक्त पर पछताकर कोई फायदा
नहीं.
क्योंकि हर वक्त तुम्हारे हक में
हो ये ज़रूरी नहीं.
प्यार की,
तब बेवक्त पर पछताकर कोई फायदा
नहीं.
क्योंकि हर वक्त तुम्हारे हक में
हो ये ज़रूरी नहीं.
सूरज भी डूबता है सांझ होते ही,
और चांद भी चमकता है रात के अंधेरे
में भी.
और चांद भी चमकता है रात के अंधेरे
में भी.
ज़ालिम है मगर ज़माने का दस्तूर है यही.
शिल्पा रोंघे
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