मन में है एक तस्वीर धुंधली सी
जो दिखती भी है और नहीं भी
जानी पहचानी या फिर अनजानी
सी, कुछ हद तक कोरे कागज़ सी
ए तकदीर अब तू ही रंग भर
दे इसमें,
यूं तो अपने हाथों पर है भरोसा
भरपूर मुझे.
लेकिन सुना है उपरवाले ने तुझे
मेरे वजूद में आने से पहले ही
लिख दिया है.
शिल्पा रोंघे
जो दिखती भी है और नहीं भी
जानी पहचानी या फिर अनजानी
सी, कुछ हद तक कोरे कागज़ सी
ए तकदीर अब तू ही रंग भर
दे इसमें,
यूं तो अपने हाथों पर है भरोसा
भरपूर मुझे.
लेकिन सुना है उपरवाले ने तुझे
मेरे वजूद में आने से पहले ही
लिख दिया है.
शिल्पा रोंघे
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