Thursday, November 22, 2018

दिलबर ना सही इंसान ही

प्यार, इश्क, मोहब्बत 

की मीठी मीठी 

बातों में महारत 

हासिल ना हो सकी 

हो भले ही.

एक दिल और धड़कन 

मेरे पास भी है.

अपने वादों से ना मुकरने 

की शराफ़त मुझमें भी 

है.

दिलबर बन सकूं 

या ना सकूं,इंसान 

बनने की कुव्वत 

मुझमे भी है.

 

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होली

 इस होली, हम रंग नहीं लगाएंगे, बल्कि सिर्फ शांति और सौहार्द का संदेश फैलाएंगे।