Tuesday, November 20, 2018

ख़्वाब

कड़वी
हकीकतों का
सामना करने के लिए
तो पूरी जिंदगी पड़ी
है.
पता है मुझे झूठा है
कुछ टूटा सा है,
हकीकत से कोसों
दूर वो महज
सिर्फ एक ख़्वाब
है, देखने दो मुझे
खुलकर जीने दो
मुझे कुछ पल के
लिए.
शिल्पा रोंघे

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