हमनें चुराई नज़रे
पर देखते ही रहे हमें तुम
हम सोचे बड़े बेशरम हो तुम.....
जैसे तैसे अपनी हंसी को रोकने की कोशिश
करते रहे हम
और बेहया से हंसते रहे तुम
हम सोचे बड़े गुस्ताख हो तुम...
मुंह मोड़ के चल दिए हम....
थे कमसिन इसलिए
तुम्हारे को प्यार को
बद्तमिज़ी समझने की भूल कर बैठे हम...
यकीन मानों इस इश्क का मतलब अब हम भी
समझने लगे है कुछ-कुछ
Shilpa Ronghe
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