गीली मिट्टी सा प्यार
संभल जा ए बंदे
कही फिसल ना जाए कदम
हवा के झौंके जैसा हल्का प्यार
संभल जा ए बंदे
कहीं बह ना जाए ज़ज्बातों में तू
कम ही हुए इसमें आबाद
किस्से कहानियों में सब है बर्बाद
यूं तो सदियों से मशहूर है प्यार
ना रांझे को हीर मिली
ना मजनूं कर सका लैला
का दीदार
ना सोनी का हो सका महिवाल
यूं तो नहीं देखते प्यार में नफ़ा
नुकसान
पर पहुंचाता है दिल की सेहत
को यूं नुकसान
कि भरपाई में लग जाते है सालों साल
शिल्पा रोंघे
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