Friday, December 15, 2017

6 इन्द्रियां में एक तुम

वैसे तो काफी है 5 इन्द्रियां ही जीने के लिए.
छठी वाली तुम बन जाओ.
चलो अब दुनिया तुम्हारी नज़रों
से देखेंगे.

शिल्पा रोंघे

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