हर शख़्स बेवफ़ा
नहीं होता है.
कभी कभी
वो दूर हो जाता है
नहीं होता है.
कभी कभी
वो दूर हो जाता है
हालात के चलते.
तो कभी ज़माने के दस्तूर के चलते.
तो कभी अपने ही मन में चल रही उलझन के चलते.
तो कभी अपने ही मन में चल रही उलझन के चलते.
तो कभी अपनी ही ज़िंदगी में आए तूफ़ान से
लड़ते लड़ते, थक जाता है वो कभी कभी.
लड़ते लड़ते, थक जाता है वो कभी कभी.
मतलब ना निकालों इसका कि भूल जाता है
वो प्यार को अपने इन हालात से डर के.
वो प्यार को अपने इन हालात से डर के.
हां बस बना लेता है वो कभी कभी दूरी
अपनी चाहत की बेहतरी के लिए.
अपनी चाहत की बेहतरी के लिए.
शिल्पा रोंघे
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