वक्त का असर होगा तेरे चेहरे पर भी
और मेरे पर भी,
हां वक्त की सिलवटे पड़ेंगी तुम्हारे चेहरे पर भी
और मेरे भी.
हां जर्जर(कमज़ोर) होगी कभी तुम्हारी काया और
कभी मेरी भी.
हो ऐसा उससे पहले ही तुम मुझे संभाल लेना
मैं तुम्हें संभाल लूंगी.
जब लड़खड़ाओं तुम और लड़खड़ाउंगी मैं.
तब घबराने की कोई बात ना होगी.
कभी तेरी उंगलियां थामेंगी हाथ मेरा
तो कभी मेरी उंगलियां थामेंगी हाथ तेरा.
शिल्पा रोंघे
और मेरे पर भी,
हां वक्त की सिलवटे पड़ेंगी तुम्हारे चेहरे पर भी
और मेरे भी.
हां जर्जर(कमज़ोर) होगी कभी तुम्हारी काया और
कभी मेरी भी.
हो ऐसा उससे पहले ही तुम मुझे संभाल लेना
मैं तुम्हें संभाल लूंगी.
जब लड़खड़ाओं तुम और लड़खड़ाउंगी मैं.
तब घबराने की कोई बात ना होगी.
कभी तेरी उंगलियां थामेंगी हाथ मेरा
तो कभी मेरी उंगलियां थामेंगी हाथ तेरा.
शिल्पा रोंघे
No comments:
Post a Comment