Wednesday, December 20, 2017

वजूद की तलाश

कोई सीपी ढूंढने जाता है समुंदर किनारेे.
तो कोई मोती ढूंढने जाता है समुंदर किनारे.
कोई जाता है रेत का घर बनाने.
तो कोई जाता है लहरों से बातें करने.
इन सबसे हटकर कुछ लोग जाते है
सिर्फ अपने ही कदमों के निशान ढूंढनें.
ना किसी तलाश में ना किसी खोज में.
ना किसी से शिकवा करने ना किसी से शिकायत.
करने बस अपना ही वजूद तलाशनें के लिए.

शिल्पा रोंघे

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