Friday, December 8, 2017

सोशल प्राणी का सच

सोशल प्राणी का सच

खुश है कुछ लोग
इंस्टाग्राम, फ़ेसबुक, और ट्विटर
पर अपनी फ़ैन फॉलोइंग को गिनकर.
अपनी निज़ी जिंदगी को सार्वजनिक
कर.
मगर भूल जाते है इस वर्चुअल दुनिया
में खोकर उस पड़ोस को जो सबसे
पहले पूछते है उनका हाल चाल.
वो स्कूल कॉलेज और दफ़्तर के
दोस्त जो बिना बताएं ही जान लेते है
दिल की बात.
उंगलियों पर गिन सकते हो दिल के करीब
रहने वालें दोस्तों को.
अनगिनत चाहने वालों की भीड़
भी बौनी पड़ जाएगी आगे उनके.
शिल्पा रोंघे

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